Question bank of BA Hons. semester 2
Indian philosophy (paper 3 )
•न्याय दर्शन के अनुसार प्रत्यक्ष के स्वरूप का विवेचनकरें।लौकिक प्रत्यक्ष अलौकिक प्रत्यक्ष में भेद बताएं।
•अनुमानक्याहै?स्वार्थानुमान और परार्थानुमान में भेद बताएँ।
•गौतम के पंचावयव न्याय की उदाहरण सहित व्याख्या करें।
•न्याय दर्शन के अनुसार बंधन और मोक्ष की संक्षिप्त व्याख्या करें ।
•वैशेषिक दर्शन के द्रव्य विचार की व्याख्या करें ।
•वैशेषिक दर्शन के अनुसार सामान्य की व्याख्या कीजिए ।
•वैशेषिक के विशेष पदार्थ की व्याख्या करें ।
•वैशेषिक के अभाव नामक पदार्थ की व्याख्या करें।वैशेषिक दर्शन में अभाव को स्वतंत्र पदार्थ क्यों माना गया है?
•सांख्य दर्शन के अनुसार सत्कार्यवाद के सिद्धान्त की व्याख्या एवं समीक्षा करें ।
•सांख्य के प्रकृति सिद्धांत की व्याख्या कीजिए ।प्रकृति के अस्तित्व के प्रमाण दें।
•सांख्य के विकासवाद की व्याख्या एवं समीक्षा करें।
•सांख्य दर्शन के अनुसार पुरुष के स्वरूप की व्याख्या करें । वह एक है या अनेक ?
•योग दर्शन के अष्टांग मार्ग की विवेचना करें?
•योग दर्शन के ईश्वर विचार की व्याख्या करें ।
•मीमांसा दर्शन के अनुसार कर्मफल के सिद्धांत की व्याख्या कीजिए ।
•मीमांसा दर्शन के अनुसार विभिन्न प्रकार के कर्मों का वर्णन करें।
•शंकर के जगत विचार का विवरण दें।शंकर के अनुसार जगत सत् है या असत ?
•शंकर के ब्रह्म विचार की व्याख्या करें । शंकर के अनुसार आत्मा का क्या स्वरूप है? आत्मा और ब्रह्म में क्या संबंध है ?
•शंकर के माया सिद्धान्त का संक्षिप्त विवरण दें।
•रामानुज के ब्रह्म विचार की व्याख्या करें।
• रामानुज शंकर के मायावाद का खंडन किस प्रकार करते हैं?
समाप्त ।